Friday, May 06, 2011

Kavita ke Saath Bakar: OSAMA-OBAMA Par




बिस्मिल अज़ीमाबादी 


Obama: सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे SEAL में है 
             देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-Qaedil में है |

Zardari :वक़्त आने पे बता देंगे तुझे ऐ ओबामा
             हम अभी से क्या बताएं क्या पाक के बिल में है |


भगवतीचरण वर्मा

हम आतंकियों की क्या हस्ती,
हैं आज US  कल पाक चले
आतंक का आलम साथ चला,
हम बम उडाते जहाँ चले




     हरिवंश राय बच्चन

अग्नि पथ, अग्नि पथ, अग्नि पथ !

ट्रेड टावर हों खड़े,
हों घने,हों बडे़,
एक भी अमरीकी को छोड़ मत, छोड़ मत,छोड़ मत!
ओसामा पथ, ओसामा पथ, ओसामा पथ !

तू न थकेगा कभी!
तू न थमेगा कभी!
तू मुड़ेगा तभी- ओसामा को मार कर- कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ!
ओबामा पथ, ओबामा पथ, ओबामा पथ !

यह 
द्रश्य महान  है-
बोल रहा पाकिस्तान है
आरोप-प्रत्यारोप से लथपथ, लथपथ, लथपथ!
शर्म पथ, शर्म पथ, शर्म पथ !



    गोपालदास "नीरज"


छिप-छिप अश्रु बहाने वालों, इराक अफगान को धमकाने वालों

कुछ अपनों के मर जाने से, क्यों अमरिका सब पर हमला करता है


ओसामा क्या है, तालिबान सेज पर

सोयी हुई अमरिका की करनी 

और US पर हमला ज्यों

जागे कच्ची नींद जवानी

गीली उमर बनाने वालों, डूबे बिना नहाने वालों

एक ओसामा के मर जाने से, अल कायदा नहीं मरा करता है




    निदा फाज़ली


ISI वालों को खबर क्या, अमरीका क्या चीज है 
पाक घुसिए, ओसामा मारिये और कहिये क्या SEAL है |



 रामधारी सिंह "दिनकर"

ओबामा की चेतावनी 

वर्षों तक अफगानिस्तान घूम-घूम, बाधा-विघ्नों को चूम-चूम,
सह मिसाइल-बम, कायदा-लश्कर, अमरीकी गए कुछ और बिफर।
दुर्भाग्य न सब दिन सोता है,
देखें, आगे क्या होता है।

आतंक की राह छुडाने को, पाक को सुमार्ग पर लाने को,
ISI को समझाने को, भीषण विध्वंस बचाने को,
अमरीकी पाकिस्तान आये,
ओबामा का संदेशा लाये।

'हो रखना अगर तो 
रक्खो दाउद, लखवी, अजहर मौलाना 
हम इंडिया से नहीं कहेंगे, हमको दे दो तुम ओसामा।
दो billion और भिजवाएंगे,
परिजन पर असि न उठायेंगे!

ज़रदारी वह भी दे ना सका, आशीष US की ले न सका,
उलटे, लादेन को छुपाने चला, जो था असाध्य, साधने चला।
जब नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है।

ओबामा ने भीषण हुंकार किया, सीआईए को अधिकार दिया
डगमग-डगमग CHOPPER डोले, एबटाबाद पर बरसे गोले
'सीमा लांघ, ओसामा मारा तू रोक सके तो रोक मुझे,
हाँ, हाँ ज़रदारी! टोक मुझे। '




   अटल बिहारी वाजपेयी

अफगानिस्तान के
ऊँचे पहाड़ पर,
पेड़ नहीं लगते,
पौधे नहीं उगते,
न शांति ही जमती है।

जमती है सिर्फ बर्फ,
जो, कफ़न की तरह सफ़ेद और,
मौत की तरह ठंडी होती है।
ओसामा बिन लादेन
जिसका रूप धारण कर,
आतंक की आग बरसाता है, और दुनिया रोती है।

एक का क्या नाम लूं 
आतंकी तो कई हैं
पाकिस्तान से कह दो 
ये अच्छी बात नई है, 
नई है,
नई है |






    मिर्ज़ा ग़ालिब 

हजारों "camp" हैं और ऐसे के जहाँ बस गोली बम निकले,
मगर उनसे है क्या मतलब, बस ओसामा का दम निकले |

के मरना आतंकवादियों का हमले में, सुनते आये हैं लेकिन,
बड़े कायदे से इस attack में ओबामा का 2nd term निकले |

Contributed by: Kumar Abhinav


Any further additions to the list will be highly appreciated, with due credits. 

About the blog: A humorous/ sarcastic take on Osama Bin Laden killed by US Navy SEALs in Firefight on 2nd May, 2011. 

5 comments:

  1. ग़ालिब:
    हजारों "camp" हैं और ऐसे के जहाँ बस गोली और बम निकले,
    मगर उनसे हैं क्या मतलब, बस ओसामा का दम निकले |

    के मरना आतंकवादियों का हमले में, सुनते आये हैं लेकिन,
    बड़े कायदे से इस attack में ओबामा का 2nd term निकले |

    ReplyDelete
  2. मीर तकी मीर:
    Obama: इन्तेकाल-ए-आतंकी है रोता है क्या,
    increased aid के सपने तू पिरोता है क्या?
    Kayani: हैं लाखों आतंकी और, पर ग़म क्यूँ न हो,
    मरने वाला खुद लादेन है, कोई उसका पोता है क्या?

    ReplyDelete
  3. Ghalibana andaaz... kya khoob kaha!
    I'm adding this one.

    ReplyDelete
  4. कैफ़ी आज़मी:
    तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो,
    बिन लादेन, recession छुपा रहे हो

    आतंकियों को खुद पैदा करते,
    काम हो गया तो उनको मिटा रहे हो

    के बेनकाब पाकिस्तान फिर हुआ है,
    क्यूँ उसपे और पैसे लुटा रहे हो

    ReplyDelete