कल सुबह तेरा रंग देखेगा हिंदुस्तान
सूरज! बादलों की ओढ़नी मत ले आना
नहीं तो भोले-भालों को यकीं हो जाएगा
कि मुश्किलों का ज़माना अब मिट चुका है
बुरा मत मानना दोस्तों
मुझे इतिहास बनने से ज्यादा
भविष्य सँवरने की फिक्र है
इतिहास तो बस मेरे तुम्हारे
पदचिन्हों का जिक्र है
No comments:
Post a Comment